भैरव देव की आराधना और उन्हें प्रसन्न करने के लिए श्री भैरव यंत्र लॉकेट अत्यंत सिद्ध उपाय है। किसी भी प्रकार की बुरी नज़र और नकारात्मकता से श्री भैरव यंत्र लॉकेट रक्षा प्रदान करता है।
काला जादू, बुरी शक्तियां और बुरी आत्माओं से श्री भैरव यंत्र लॉकेट आपकी रक्षा करता है।
अगर आपको राहु के कारण परेशानियां झेलनी पड़ रहीं हैं या आपकी कुंडली में राहु नीच स्थान में बैठा है तो आपको श्री भैरव यंत्र लॉकेट धारण करने से अवश्य ही लाभ होगा।
यह यंत्र आपके आसपास फैली नकारात्मक और बुरी शक्तियों को दूर कर सकारात्मकता लाता है।
साथ ही यह यंत्र दरिद्रता, आत्मरक्षा में भी लाभकारी है।
तंत्र विद्या में भगवान भैरव की आराधना की जाती है। भैरव को भगवान शिव का अंश अवतार माना जाता है। इन्हे भूत-प्रेत और योगिनियों के स्वामी माना गया है। कलियुग में पग-पग पर व्यक्ति को बाधाओं, परेशानियों और शत्रुओं का सामना करना पडता है। ऐसी स्थिति में मंत्र साधना ही एक ऐसा मार्ग रह जाता है, जिसके द्वारा आप अपनी समस्याओं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकते है। शास्त्रों में भी इसका वर्णन मिलता है कि भैरव यंत्र लॉकेट को गले मे धारण करने से समस्त बाधाएं दूर हो जाती है
भैरव यंत्र काला जादू, बुरी शक्तियाँ या बुरी आत्माओं से भी सुरक्षा प्रदान करता है।
यह यंत्र आपके आसपास मौजूद नकारात्मक शक्तियों को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
इस यंत्र को स्थापित करने से आपके कारोबार में वृद्धि और साथ ही घर में भी सुख समृद्धि आती है
भैरव यंत्र का प्रभाव सूर्य की बढ़ती किरणों के साथ ओर बढ़ता है। इस यंत्र को गले मे धारण करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
भैरव देव की आराधना करें और उनसे अपने और अपने परिवार के ऊपर कृपा बरसाने की प्रार्थना करें। गंगाजल छिड़क कर घी का दीया जलाएं।
उसके बाद इसे अपने गले मे धारण कर ले।